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1. IMF क्या है?
IMF यानी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) एक वैश्विक संस्था है जो दुनिया के देशों को आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में मदद करता है। जब किसी देश को विदेशी मुद्रा की कमी होती है या वह आर्थिक संकट में होता है, तो IMF उस देश को ऋण (loan) देता है।THE MOST 1CREATIVE OPERATION SINDOOR AND BLACK OUT
2. पाकिस्तान और IMF:
IMF पाकिस्तान लंबे समय से आर्थिक संकटों का सामना करता रहा है – जैसे विदेशी मुद्रा भंडार की कमी, महंगाई, बजट घाटा, आदि। ऐसे में पाकिस्तान कई बार IMF से ऋण ले चुका है।https://www.ndtv.com/world-news/india-pakistan-
अब तक पाकिस्तान कितनी बार IMF से लोन ले चुका है?
पाकिस्तान ने अब तक 23 बार IMF से लोन लिया है। यह दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा बार IMF की मदद लेने वाले देशों में से एक है।
3. हाल की स्थिति (2024-2025 के आस-पास):
पाकिस्तान ने 2023 में IMF से लगभग 3 बिलियन डॉलर का “स्टैंडबाय अरेंजमेंट” लोन लिया था। इस लोन की कुछ शर्तें थीं:
- सब्सिडी में कटौती (जैसे बिजली, ईंधन पर)
- टैक्स बढ़ाना
- डॉलर की कीमत को मार्केट के हिसाब से तय करना (रुपये की कीमत गिरती गई)
- सरकारी खर्चों में कटौती
4. पाकिस्तान को इसका क्या फायदा हुआ?
- दिवालिया होने से बच गया।
- अन्य देशों और संस्थाओं से भी मदद मिली (जैसे सऊदी अरब, चीन आदि से)
- विदेशी मुद्रा भंडार थोड़ा स्थिर हुआ।
5. नुकसान या कठिनाइयाँ क्या हुईं?
- आम जनता पर महंगाई का बोझ बढ़ा।
- टैक्स ज्यादा लगने लगे।
- IMF की शर्तें सख्त होती हैं, जिससे सरकार की नीतियों पर सीमाएं लगती हैं।
पाकिस्तान में भुखमरी की स्थिति गंभीर है, और इसके कई दृश्य प्रमाण सामने आए हैं। नीचे कुछ प्रमुख घटनाओं और उनकी तस्वीरों का विवरण दिया गया है:
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